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महाभारत की कथा - धारावाहिक दो - राजकुमारी विशेषांक - कथा चौदह - सुभद्रा का हरण
वैशम्पायन जी कहते हैं कि बारह वर्षों के लिये अर्जुन वन में रहने लगे और इसी दौरान उन्होंने अनेक स्थलों की यात्रायें कीं। हिमालय की तराई से होते हुए महेन्द्र पर्वत फिर सागर के किनारे चलते हुए प्रभास क्षेत्र में पहुँचे। तब भगवान् श्रीकृष्ण स्वयं वहाँ आकर अर्जुन को द्वारका नगरी लेकर आये। उसके बाद क्या हुआ, वो बड़ा रोचक है। आप भी इस कथा का आनंद लें।
प्रेम की एक अद्भुत गाथा।
इसे सुनने के लिये इस लिंक पर क्लिक करें।
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